Gulab Singh Patel was just 16 years of age when he sacrificed his life for independence of India. Gulab Singh Patel Shahid Divas 2025 date is August 14. He was shot and wounded when leading a procession as part of the Quit India movement on August 10, 1942 at Jabalpur in Madhya Pradesh. He died on August 14, 1942.
He was shot and mortally wounded by the police when he was leading a march of students at the Gamandi Chowk.
Interestingly, Gulab Singh Patel was born on August 14, 1926 and he died on his 16th birthday on August 14, 1942.
भारत छोडो आंदोलन का प्रस्ताव 8 अगस्त, 1942 की शाम को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुंबई के ग्वालियर टैंक मैदान में हुए अधिवेशन में ही पास किया था। उस वक्त जबलपुर में भी आंदोलन व्यापक स्तर तक पहुंचा। शहर में बडी संख्या में गिरफ्तारियां हुईं।
10 अगस्त को फुहारे पर अपार जन समूह एकत्रित हुए। कमानिया गेट के आस—पास के रास्ते ठसाठस भरे हुए थे। घमंडी चौक से गुलाब सिंह पटेल के नेतृत्व में विद्यार्थियों का जुलूस पुलिस की घेराबंदी तोडकर आगे बढा। गुलाब सिंह ने जुलूस को इशारे से रोका और पिफर वंदे मातरम का उद्घोष किया। इसके बाद तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट देव बक्श सिंह के इशारे पर एक पुलिसमैन ने गुलाब सिंह को लक्ष्य करके गोली चलाई। जो कि उनके सिर पर जाकर लगी।
जब उन्हें विक्टोरिया अस्पताल ले जाया जाने लगा तब उन्होंने कहा कि कमानिया गेट पर झंडा फहराकर मुझे सूचित करना। इसके बाद जैन ब्वॉयज स्काउट्स एसोसिएशन के विद्यार्थियों के सहयोग से कमानिया गेट पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। 14 अगस्त को गुलाब सिंह ने प्राण त्याग दिए।