सरल भाषा में रक्षा सूत्र को कलावा या मौली कहा जाता है। बहुत लोगों को ये पता नहीं की मौली को कब बदलना चाहिए। एक बार बांधा हुआ कलावा एक सप्ताह में बदल देना चाहिए। पुराने कलावे को वृक्ष के नीच रख देना चाहिए। या मिटटी में दबा देना चाहिए। इसके अलावा बता दें कि कलावे को सिर्फ तीन बार ही लपेटना चाहिए। जब भी इसे कलाई में बांधा जाए उस समय मुट्ठी बंद करके व सिर पर हाथ रखकर बंधवाना चाहिए। कलावा डायबिटीज , ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक जैसे रोगों से बचाने में मदद करता है।