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Prayers and Mantras Dedicated to Goddess Saraswathi

This is a collection of prayers and mantras dedicated to Goddess Saraswati - the goddess of learning in Hinduism. The prayers are in English and Hindi.

Saraswati Beej Mantra

OM Aim Saraswati Namah
Prostrations to Mother Saraswati


Saraswati Mantra for students

विद्या दे मां सरस्वती, सब सुखों की मूल,
दुष्टों से रक्षा करती हाथ में लिए त्रिशुल।

Mantra 2

लक्ष्मीर्मेया वरा रिष्टिगौंरी तुष्टिः प्रभा मतिः।
एताभिः पाहि तनुभिरष्टाभिर्मां सरस्वतिः।।

Meaning - विद्या की देवी मां सरस्वती आप अपने आठों रूपों लक्ष्मी, मेधा, वरा, रिष्टि, गौरी, तुष्टि, प्रभा और मति से हमारी रक्षा करें। हम में बसी हर बुराई को दूर करके कुशाग्र बुद्धि और उन्नति दें।

Goddess Saraswati Shloka

Saraswati
Namastubhyam
Varade Kamarupini
Vidyarambham Karishyami
Siddhir Bhavatu Me Sada
O Goddess Saraswathi;
Salutations to you
The giver of boons - The one who fulfills desires.
I shall begin my studies.
May there always be accomplishment for me.

Saraswati Vandana

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदंडमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवै: सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती नि:शेषजाड्यापहा।।


May Goddess Saraswati,
who is fair like the Jasmine colored moon
and whose garland is like frosty dew drops,
who is adorned with radiant white clothes
and on whose beautiful palm and arm rests the Veena,
those throne is a white lotus, and who is surrounded and
respected by Gods beginning with Lord Brahma, Lord Vishnu and
Lord Mahesh, protect me. I beseech Her to totally
remove my laziness and sluggishness.

Saraswathi Gayatri Mantra

Om Vakdevi Yai cha Vidmahe,
Virinji Pathniyai cha Dheemahe,
Thanno Vani Prachodayath.

Om, Let me meditate on the goddess of speech,
Oh, wife of Lord Brahma, give me higher intellect,
And let Goddess Vani illuminate my mind.

Saraswati Aarti

मां सरस्वती की आरती
कज्जल पुरित लोचन भारे, स्तन युग शोभित मुक्त हारे |
वीणा पुस्तक रंजित हस्ते, भगवती भारती देवी नमस्ते ॥

जय सरस्वती माता जय जय हे सरस्वती माता |
सदगुण वैभव शालिनी त्रिभुवन विख्याता ॥ जय.....

चंद्रवदनि पदमासिनी घुति मंगलकारी |
सोहें शुभ हंस सवारी अतुल तेजधारी ॥ जय.....

बायेँ कर में वीणा दायें कर में माला |
 शीश मुकुट मणी सोहें गल मोतियन माला ॥ जय.....

देवी शरण जो आयें उनका उद्धार किया |
पैठी मंथरा दासी रावण संहार किया ॥ जय.....

विद्या ज्ञान प्रदायिनी ज्ञान प्रकाश भरो |
 मोह और अज्ञान तिमिर का जग से नाश करो ॥ जय.....

धुप दिप फल मेवा माँ स्वीकार करो |
ज्ञानचक्षु दे माता भव से उद्धार करो ॥ जय.....

  माँ सरस्वती जी की आरती जो कोई नर गावें |
हितकारी सुखकारी ग्यान भक्ती पावें ॥ जय.....

जय सरस्वती माता जय जय हे सरस्वती माता |
सदगुण वैभव शालिनी त्रिभुवन विख्याता ॥ जय.....